An Unbiased View of attitude urdu poetry
क्योकि लोगों कि नज़र मैं बहुत बदनाम हुं मैं..!साले धूल उड़ा नहीं सकते और हमें उड़ने की बात करते हैं..!मैं तो तुझे सरे बाज़ार में भी गोद में �
क्योकि लोगों कि नज़र मैं बहुत बदनाम हुं मैं..!साले धूल उड़ा नहीं सकते और हमें उड़ने की बात करते हैं..!मैं तो तुझे सरे बाज़ार में भी गोद में �